Popular Posts

Saturday, August 25, 2012

Government and Society: Demand for a change


Government and Society: Demand for a change
Today my country has a very bad condition.  No one knows what will be tomorrow but we have a sense of understanding, which must be rooted within us to create a corruption free environment. Everyone is worried about their interests, Absence of such spirit, is our single biggest obstacle for sustainable development.
Just a few days ago, some good issues (corruption) come out in society by a noble gentleman. About what it would be unfair to say he was a self-contained or not. However the best part was the consensus & support of society to his ideas. The government and society that had a conflict, so it’s very easy to see how long distances have been arises among them. Perhaps Demand of society has not gone down by the Government of India.
Now day’s debate has been started (among government and society: Annawad). In our country conflict between each other for religion, caste etc has made as a crucial and historical demerit. Is really we (Indian) recognize for that? So it’s not better that we should think about a fruitful tomorrow.
If we say that domestic war has begun in some countries like as Libya and Pakistan. It’s no any exaggeration to say it's always common in India between society & government. The good thing is that we have to enjoy life like burdensome in such environment.
This is all the things that distract us from our goals. Thus we have seen that we are moving a round table to each other without any fruitful result. Some changes must require for sustainable development. So prepare yourself to be so and will have to work with unity and integrity for a change against corruption. Our future demanding from us for a change!
Narendra Patel
New Delhi
15/08/2012

Wednesday, October 5, 2011

स्‍टीव जॉब्‍स : जिंदगी का एक बेहतरीन सफरनामा

अमेरिका के एक साधारण परिवार में जन्‍मे एक लड़के ने प्राइमरी और बेसिक एजूकेशन लेने के बाद पंद्रह साल की उम्र में पोर्टलैंड के रीड कॉलेज में दाखिला लिया। किताबी ज्ञान से कहीं ज्‍यादा मशीनों में खोये रहने वाले इस लड़के को कॉलेज ने छह महीने के अंदर निकाल बाहर कर दिया। उस समय उस लड़के को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो क्‍या करे बस वो मशीनों से खेलता गया और आगे चलकर 350 अरब डालर का साम्राज्य खड़ा कर दिया। यह कहानी है एप्‍पल के सह-संस्‍थापक स्‍टीव जॉब्‍स की, जिनका बुधवार की रात में  निधन हो गया। 

दुनिया को आईफोन, आईपैड, आईपॉड समेत ढेरों गैजेट देने वाले स्‍टीव के निधन पर मानों पूरी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी मौत की खबर के 10,000 ट्वीट प्रति सेकेंड पड़े। जरा सोचिये आखिर इस व्‍यक्ति में ऐसा क्‍या था कि लोग उन्‍हें इतना चाहते थे। सही मायने में देखा जाये तो स्‍टीव ने दुनिया को वो खुशी दी, जिसके बारे में किसी ने कल्‍पना भी नहीं की थी।

संचार के माध्‍यम को सशक्‍त बनाने वाले स्‍टीव का 56 साल का जीवन भी उतार-चढ़ाव से भरा हुआ था। अमेरिकी उद्यमी एवं आविष्कारक स्टीव जाब्स ने पर्सनल कंप्यूटर, संगीत और मोबाईल फोन की दुनिया का काया कल्प कर दिया। स्टीव जाब्स- जिसने प्रौद्योगिकी की बदसूरत दुनिया को खूबसूरत बना दिया। जाब्स पिछले सात साल से अग्न्याशय के कैंसर से जूझ रहे थे। कंप्यूटर एनिमेशन कंपनी पिक्सर की बेशुमार सफलता के पीछे भी उनका हाथ रहा। इस कंपनी ने टॉय स्टोरी और फाइंडिंग नीमो जैसे लोकप्रिय उत्पाद प्रस्तुत किए। खास बात यह है कि स्‍टीव ने अपने जीवन में कभी भी कंप्यूटर डिजाईन नहीं किया।

24 फरवरी 1955 को जन्मे स्टीव पाल जाब्स को पाल और क्लैरा जाब्स ने गोद लिया था तथा उन्होंने उनका पालन पोषण किया। उनके असली माता पिता का नाम जोन कैरल शीबल और अब्दुलफतह जैंदाली था। जैंदाली सिरिया से आए छात्रा थे जो बाद में राजनीतिशास्त्रा के प्रोफेसर बने। वित्त और रीयल एस्टेट में काम करने वाले पाल जाब्स बाद में अपने मूल कारोबार मशीने ठीक करने से जुड़ गए और अपने परिवार के साथ सैन फ्रांसिस्को पैनिंजुला से माउंटेन व्यू और 1960 में लास एल्टास चले गए। बचपन से ही स्टीव जाब्स की रुचि इलेक्टानिक्स में थी।

वह आठवीं कक्षा में ही थे और एक दिन हिस्से पुर्जो को जोड़ कर फ्रीक्वेंसी काउंटर बना रहे थे, तो उन्होंने पाया कि उसका कोई हिस्सा नहीं मिल रहा है। उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए पूरे विश्वास के साथ एक अन्य प्रसिद्ध कंपनी ह्यलेट-पैकार्ड के सह संस्थापक विलियम ह्यूलेट को फोन कर दिया। इसी 20 मिनट मिलन की बातचीत के आधार पर ह्यूलेट ने बालक स्टीव के लिए कुछ यंत्रा उपकरण जुटा कर एक थैला तैयार किया।

वह उससे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने जाब्स को गर्मी की छुट्टियों के दौरान उन्हें अपने यहां नौकरी देने की भी पेशकश कर दी। जाब्स जब क्यूपर्टिनो के होमस्टीड हाईस्कूल की पढ़ाई भी कर रहे थे तो उनकी मुलाकता स्टीफेन वोज्निएट से हुई। उनके साथ मिलकर उन्होंने 1976 में एप्पल की स्थापना की।

सौजन्य से : thatshindi.oneindia.in 

Wednesday, August 31, 2011

सरकार और समाज : एक परिवर्तन की मांग


आज मेरे देश की हालत बड़ी खराब हो गयी है. सभी लोग अपने अपने स्वार्थ को लेकर चिंतित है. कल क्या होगा किसी ने नहीं जाना लेकिन एक समझदारी की भावना हमारे अंदर निहित होनी चाहिए जो भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण बना सके . ऐसी भावना का न होना ही हमारे सतत विकास के लिए एक सबसे बड़ी बाधा है.
अभी कुछ दिन पहले एक नेक भले आदमी के द्वारा कुछ अच्छे मुद्दे (भ्रष्टाचार) समाज के सामने आये. जिसके बारे में यह कहना अनुचित होगा की क्या उनका अपना कोई स्वार्थ निहित था या नहीं. लेकिन सबसे अच्छी बात यह थी की समाज ने उनके विचारों से सहमति दिखाई और उनका साथ दिया. लेकिन सरकार और समाज के बीच जो रस्साकस्सी चली उससे यह देख पाना आसान हो गया की सरकार और समाज के बीच कितनी दूरिया है. शायद समाज की माग सरकार को रास नहीं आ रही है. 
हालाँकि, अब वाद-प्रतिवाद का दौर शुरू हो गया है (सरकार और समाज के बीच : अन्नावाद) और हो भी क्यों न, हम भारतीयों के लिए हमेशा कुछ न कुछ काम (जैसे धार्मिक आंदोलन) चाहिए. क्या यही हम भारतीयों की पहचान है ? क्या हमें अपने बेहतर कल के बारे में  नहीं सोचना चाहिए ? अगर हम कहे की लीबिया और पाकिस्तान जैसे देशों में गृह-युद्ध शुरू हो गया है . तो इस भारत के लिए यह कहना कोई अतिशयोक्ति वाली बात नहीं होगी की भारत में तो हमेशा गृह-युद्ध सरकार और समाज के बीच चलता रहता है . और अच्छी बात यह की हमें इसी में जीने की आदत भी हो गयी है . क्योकि जब कभी कोई किसी समाज की आवाज को उठाने की कोशिश करता है तो एक समाज का दूसरा वर्ग उसे रोकने लगता है. शायद यही सब चीजे जो हमारे उन उद्देश्यों से भटका देती है. और इस तरह हम भारतीय गोल गोल घूमते नजर आते है . कही न कही कुछ बदलाव की जरुरत है . इसलिए स्वयं को  तैयार होना पड़ेगा और एक होकर काम करना पड़ेगा. शायद यही समय की मांग है !

नरेंद्र पटेल
नई दिल्ली


Honesty : A golden tool of Life

Some quotes by great men of earth about Honesty that leads to  make a golden tool of Life  :
If you tell the truth you don't have to remember anything.  ~Mark Twain
 
It is hard to believe that a man is telling the truth when you know that you would lie if you were in his place.  ~Henry Louis Mencken, A Little Book in C Major, 1916

Who lies for you will lie against you.  ~Bosnian Proverb

No man has a good enough memory to make a successful liar.  ~Abraham Lincoln

Make yourself an honest man, and then you may be sure there is one less rascal in the world.  ~Thomas Carlyle

A half truth is a whole lie.  ~Yiddish Proverb

A lie will easily get you out of a scrape, and yet, strangely and beautifully, rapture possesses you when you have taken the scrape and left out the lie.  ~Charles Edward Montague, Disenchantment

Those who think it is permissible to tell white lies soon grow color-blind.  ~Austin O'Malley

A truth that's told with bad intent beats all the lies you can invent.  ~William Blake, "Auguries of Innocence," Poems from the Pickering Manuscript

The least initial deviation from the truth is multiplied later a thousandfold.  ~Aristotle

The most dangerous untruths are truths moderately distorted.  ~Georg Christoph Lichtenberg

Dare to be true:  nothing can need a lie:  A fault, which needs it most, grows two thereby.  ~George Herbert

With lies you may get ahead in the world - but you can never go back.  ~Russian proverb

Honesty is the rarest wealth anyone can possess, and yet all the honesty in the world ain't lawful tender for a loaf of bread.  ~Josh Billings

The hardest tumble a man can make is to fall over his own bluff.  ~Ambrose Bierce

A lie has speed, but truth has endurance.  ~Edgar J. Mohn

When you stretch the truth, watch out for the snapback.  ~Bill Copeland

Truth is the most valuable thing we have, so I try to conserve it.  ~Mark Twain

Honesty is never seen sitting astride the fence.  ~Lemuel K. Washburn, Is The Bible Worth Reading And Other Essays, 1911

A lie may take care of the present, but it has no future.  ~Author Unknown

I never lie because I don't fear anyone.  You only lie when you're afraid.  ~John Gotti

We tell lies when we are afraid... afraid of what we don't know, afraid of what others will think, afraid of what will be found out about us.  But every time we tell a lie, the thing that we fear grows stronger.  ~Tad Williams

Truth fears no questions.  ~Unknown

There are only two ways of telling the complete truth - anonymously and posthumously.  ~Thomas Sowell

Honesty is the first chapter of the book of wisdom.  ~Thomas Jefferson

I don't mind lying, but I hate inaccuracy.  ~Samuel Butler, Note-Books, 1912

If you want to ruin the truth, stretch it.  ~Author Unknown
    
From above it's clear that how much important honesty for us. As we know effectiveness come from honesty.  Because honesty leads and boost up our confidence for right communication. Communicate the right message at the right time using the right platform with full of honesty. Whenever we feel any problem and want its solution then just asked within himself with full honesty, sure we will get fruitful solution.